आंत में पाए जाने वाले यह वायरस स्वाभाव से 'बैक्टीरिया-खोर' होते हैं, यानी कि आंतों में मौजूद बैक्टीरिया ही इनका आहार हैं, लेकिन मानव कोशिकाओं पर न तो यह हमला हमला करते हैं, न हीं उन्हें कोई नुकसान पहुंचाते हैं। दूसरी भाषा में इन्हें 'पालतू वायरस' कहा जा सकता है। कोविड-19 के इस दौर में वायरस शब्द सुनते ही डर सा लग जाता है। वायरस का नाम सुनते ही हमारा ध्यान सहसा उन सूक्ष्म जीवों की ओर चला जाता है जो स्वाभिवक रूप से शरीर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाकर कई तरह की बीमारियों को जन्म दे सकते हैं। हालांकि हमारे शरीर में, विशेषकर पेट में पाए जाने वाले यह वायरस इससे बिल्कुल अलग हैं।
#VirusinIntestine #IntestinalVirus